गोहाना को जिला न बनाने पर बिफरे वकील जिला घोषित न करने तक वकीलों का वर्क सस्पेंड व क्रमिक अनशन रहेगा जारी
गोहाना ( सोनीपत ) ( आदेश त्यागी घसौली ) को जिला न बनाए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए बार एसोसिएशन के वकील।
सोनीपत। गोहाना में सोनीपत मार्ग स्थित न्यायालय की लाइब्रेरी में सोमवार को बार एसोसिएशन की बैठक आयोजित हुई। बैठक में वकीलों ने गोहाना को जिला न बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। घंटों बैठक में विचार-विमर्श करने के बाद वकीलों ने वर्क सस्पेंड करने के साथ क्रमिक अनशन पर जाने का फैसला ले लिया। वकीलों ने कहा कि जब तक गोहाना को जिला घोषित नहीं किया जाता, जब तक आंदोलन जारी रहेंगा।
बैठक की अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जय सिंह देशवाल ने की। उन्होंने कहा कि पूर्व में रही इनेलो व कांग्रेस सरकार ने गोहाना को जिला बनाए जाने की घोषणाएं कर केवल और केवल वोट हथियाने का काम किया। उन्होंने कहा कि जो नीति पहली सरकारों ने अपनाई, वहीं भाजपा लेकर चल रही है। जिससे सहन नहीं किया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता रामफल मोर ने कहा कि जो शहर तहसील नहीं थे, उन्हें जिला बनाने का काम भाजपा सरकार ने किया और गोहाना 1826 से तहसील है, लेकिन इससे जिला बनाए जाने की घोषणा करने के बाद भी जिला नहीं बनाया गया। बलवीर सिंह चहल ने कहा कि 11 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है और यह टीम गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क कर आंदोलन में शामिल होने के लिए जागरूक करेंगी। मुनीष मलिक ने कहा कि जल्द ही शहर की तमाम एसोसिएशनों से संपर्क कर आंदोलन को तेज किया जाएगा और सभी एसोसिएशन व विपक्षी पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल जिले की मांग को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेगा। इस मौके पर बबीता शर्मा, धज्जा राम नरवाल, वेदप्रकाश शर्मा, विक्रम पांचाल, धमेंद्र, रामबीर बैरागी, मनोज बिचपड़ी, हरिश शर्मा आदि ने कहा कि जब तक गोहाना को जिला घोषित नहीं किया जाएगा, तब तक वर्क सस्पेंड के साथ क्रमिक अनशन जारी रहेगा।