रामलीला जो कभी लोगों की आस्था हुआ करती थी, वो आज सिर्फ मनोरंजन
समालखा की प्रमुख रामलीला श्री रामा ड्रामा डी क्लब के द्वारा आयोजित रामलीला का उद्घाटन किआ गया। उद्घाटन समारोह में भीड़ जुटाने के लिए आयोजकों को लोक गायिकाएं बुलानी पड़ी। मुख्य अतिथि ने भी मंच का भरपूर फायदा उठाया एवं जमकर चुनाव प्रचार किया।
समालखा की प्रमुख रामलीला श्री रामा ड्रामा डी क्लब के मंच पर ठुमके लगाती हुई यह है हरियाणा की लोक गायिकाएं, जिन्हें मुख्य अतिथि के लिए भीड़ जुटाने को आमंत्रित किया गया था। मुख्य अतिथि कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर थे। चुकि आयोजकों को रामलीला के सहयोग के लिए पूर्व विधायक से आर्थिक सहयोग लेना था, तो उन्होंने पूर्व विधायक की शान में जमकर कसीदे पढ़े। चापलूसी की सारी हदें पार करते हुए मंच संचालक ने धर्म सिंह छौक्कर को हरियाणा का सी.एम. तक बना डाला।
मंच लगा हो और नेता अपना प्रचार न करें भला ऐसे कैसे हो सकता है। पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने भी मंच का भरपूर फायदा उठाया और जमकर चुनाव प्रचार किया। इंडिया की दहाड़ संवाददाता ने जब पूर्व विधायक से पू्छा कि उन्होंने मंच से अपना प्रचार तो खूब किया लेकिन भगवान राम का नाम तक नहीं लिया, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा की राजनीति भी एक धार्मिक कार्य है।
रामलीला कभी लोगों की आस्था हुआ करती थी लेकिन आज सिर्फ मनोरंजन का साधन बनकर रह गई है। रामलीला की घटती लोकप्रियता का कारण जहां बहुत हद तक टीवी का बढ़ता प्रभाव है, वहीं कहीं ना कहीं आयोजक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।