मोदी – योगी की सोशल इंजीनियरिंग, कांग्रेस के वोट बैंक पर निगाहें
योगी आदित्यनाथ का दौरा जैसलमेर के पोखरण में हो रहा है, जहां पर गुरु प्रताप पुरी और गाजी फकीर के परिवारों के बीच टक्कर है. इसी तरह से योगी अलवर और भरतपुर का दौरा कर रहे हैं, जहां पर गौ तस्करी बड़ा मुद्दा है. इन इलाकों में मॉब लिंचिंग की भी घटनाएं हुई हैं.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टियां रैली और सभाओं के जरिए चुनाव प्रचार तो कर रही हैं. लेकिन इसमें सोशल इंजीनियरिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. बीजेपी के उम्मीदवारों से कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में कम से कम 40 फीसदी एससी, एसटी समुदाय के लोगों को लेकर आना है.
राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए बीजेपी कांग्रेस के एससी/एसटी वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाने की कोशिश कर रही है. अलवर में पीएम मोदी की सभा में भी अलवर लोकसभा क्षेत्र के सभी 11 विधायकों को 5-5 हजार लोगों को लाने का टारगेट दिया गया था. इन नेताओं को कहा गया था कि कम से कम 2000 एससी/एसटी के लोग होने चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों में भी इसकी झलक मिली और पीएम कम से कम 5 से 7 मिनट तक दलितों और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बारे में बोले.
इसी तरह से अमित शाह की सभाओं के लिए भी कहा गया है कि कांग्रेस के वोट बैंक रहे अनुसूचित जनजाति पर पर ज्यादा फोकस किया जाए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा उन इलाकों में कराई जा रही है, जहां पर मुस्लिम मतदाता ज्यादा हैं और ध्रुवीकरण की पूरी गुंजाइश है.
योगी आदित्यनाथ का दौरा जैसलमेर के पोखरण में हो रहा है, जहां पर गुरु प्रताप पुरी और गाजी फकीर के परिवारों के बीच टक्कर है. इसी तरह से योगी अलवर और भरतपुर का दौरा कर रहे हैं, जहां पर गौ तस्करी बड़ा मुद्दा है. इन इलाकों में मॉब लिंचिंग की भी घटनाएं हुई हैं.
राजस्थान में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभी सभाएं मुस्लिम बहुल इलाके में हैं. यही वजह है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि योगी आदित्यनाथ को बीजेपी टोंक लेकर क्यों नहीं आ रही है. बीजेपी ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान को मैदान में उतारा है.