IBL पब्लिक स्कूल के प्रागंण में पुरस्कार वितरण एवं मातृ-पितृ दिवस समारोह का आयोजन किया गया
वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह एवं मातृ-पितृ दिवस
आई. बी.एल.एजुकेशनल सोसाइटी के उपप्रधान श्री अशोक नागपाल जी, कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल अग्गी,
मैनेजर श्री युधिष्ठिर मिगलानी उपस्थित रहे। उन सबका स्वागत तिलक लगाकर किया गया।
प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आरंभ किया।
प्रधानाचार्या ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का आरंभ मातृ-पित् के पूजन द्वारा किया गया
जिसमें विद्यार्थियों ने अपने माता-पिता का पूजन उनको तिलक लगाकर , माला पहनाकर आरती
करके व उनका आशीर्वाद लेकर उनकी परिक्रमा करके किया। हिन्दी अध्यापिका श्रीमती स्वाती सैनी
ने मात्-पितृ दिवस का धार्मिक महत्त्व बताते हुए (गणेश व कार्तिकेय में कौन बड़ा है)
कथा सुनाकर सबको मात्-पित् दिवस क्यों मनाया जाता है, उसकी जानकारी दी।
रंगारंग कार्यक्रम में सामूहिक गान (ये तो सच है कि भगवान है) , सामूहिक नृत्य
ने सबका मन मोह लिया। तालियों की गड़गड़ाहट कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति की गवाह थी।
वि़द्यालय के विद्यार्थियों ने शैक्षणिकता में पांच विषयों में ए1 ग्रेड प्राप्त
करने में, अन्तर्सदनीय प्रतियोगिताओं में,
शत-प्रतिशत उपस्थिति में, सर्वश्रेष्ठ मंच संचालक में, खेल-कूद प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा
दिखाकर सम्मान प्राप्त किया। पिछले वर्ष के सर्वश्रेष्ठ सदन के रूप में नेहरू सदन विजयी रहा।
इसकी विजेता श्रीमती मन्जु चैहान जी रही। उनके सहयोगियों के रूप में हाऊस कैप्टन ब्वाय परमजीत,
हैड गर्ल श्रुति, स्र्पोट हैड ब्वाय अमन गुप्ता तथा स्र्पोट हैड गर्ल रीतू रहे।
प्रधानाचार्या श्रीमती सोनिया चावला जी ने माता-पिता पूजन दिवस का महत्व बताते हुए कहा
कि हमें माता-पिता से अधिक कोई और प्यार नहीं कर सकता। इसलिए आज का दिवस
हमें अपने माता-पिता के साथ मनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि किस तरह हमारे विद्यार्थी
हर वर्ष एक नया रिकार्ड बनाते हैं। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो या कोई भी क्षेत्र वे
हर क्षेत्र में विजेता बनकर आते हैं।
विद्यालय में बच्चों के भविष्य निर्माण हेतु हर प्रयास किए जाते हैं। विद्यार्थी देश का भविष्य हैं
अतः उनका सतत विकास विद्यालय का कर्तव्य है जो कि हर संभव प्रयासरत है।
आई. बी.एल.एजुकेशनल सोसाइटी के पदाधिकारियों तथा प्रधानाचार्या ने
होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना
की तथा अन्य विद्यार्थियों को ऐसी उपलब्धियां प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।