रेवाड़ी : कंपनी में यदि तीन केस कोरोना के मिलते हैं तो पांच प्रतिशत कर्मचारियों का होंगा कोविड टेस्ट
जिला उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी कंपनी में यदि तीन केस कोरोना पॉजिटिव मिलते हैं तो कंपनी को अपनी पांच प्रतिशत कर्मचारियों के टेस्ट करवाने होंगे। यदि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 15 या इससे अधिक हुई तो 10 प्रतिशत कर्मचारियों के टेस्ट करवाना जरूरी है। ऐसा नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जिले में अब तक कोरोना से 23 मौत हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग मौत का आंकड़ा कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। कोरोना की चेन तोड़ना सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए तथा इसमें किसी भी स्तर पर कोताही को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंनेजिला सचिवालय में कोविड मैनेजमेंट समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।उन्होंने कहा कि पब्लिक ऑफिस, बसों व दुकानों में बिना मास्क वालों का प्रवेश न हो इसके लिए संबंधित अधिकारियों को सुनिश्चित करना होगा। लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए अधिकारी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन व मार्केट एसोसिएशन के साथ बैठक कर संक्रमण रोकने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन घरेलू, नौकर व बुजुर्गो की टेस्टिंग करवाने, मार्केट एसोसिएशन से संपर्क कर बिना मॉस्क वाले ग्राहकों को सामान न देने के लिए प्रेरित करें। रोडवेज जीएम को हरियाणा राज्य परिवहन की बस में बिना मास्क के सवारी सवार न हो यह सुनिश्चित करने तथा बस स्टैंट पर इसके लिए प्रचार-प्रचार के निर्देश दिए। उन्होंने बिना मास्क वालों के अधिक से अधिक चालान किए जाए।
स्वास्थ्य विभाग को यह चिंतन करने की जरूरत है कि जिले में कोरोना से होने वाली मौतों को कैसे रोका जा सकता है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी है। यदि होम आइसोलेशन व होम क्वारंटिन नागरिक बाहर घूमतें पाए जाते है तो स्वास्थ्य विभाग व पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करें। स्थानीय निकाय व पंचायत विभाग के अधिकारी अपने-अपने अधीन क्षेत्रों में मॉस्क पहनने, सोशल डिस्टेसिंग व हैंड सेनेटाइजर के लिए लोगों को जागरूक करें।