जेल में बंद मां की पुकार,नाबालिग बेटियों की शादी रुकवाने की लगाई गुहार
रेवाड़ी- जेल में बंद एक महिला ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी नाबालिग बेटियों की शादी रुकवाने की गुहार लगाई। पत्र मिलने के साथ ही संरक्षण एवं बाल विवाह निषेद अधिकारी की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने घर में मौजूद सास को समझाया और शादी के प्रोग्राम को कैंसिल करा दिया है। दरअसल, शहर के शास्त्री नगर निवासी एक महिला अपने ही पति की हत्या के इल्जाम में गुरुग्राम की भौंडसी जेल में बंद है। उसकी दो बेटियां है, जिनकी उम्र 6 व 14 साल है।
कुछ दिन पहले जेल में बंद महिला ने पत्र लिखकर कहा था कि उसकी सास उसकी दोनों नाबालिग बेटियों का जबरन विवाह करा रही है। पत्र मिलने के बाद सहायक संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी प्रमोद बागड़ी, ईएचसी विरेन्द्र सिंह व सतपाल को शास्त्री नगर में महिला के घर पहुंचे। वहां पूरी जानकारी जुटाई तो पता चला कि अभी दोनों का रिश्ता तय करने की बात चल रही थी। टीम ने सास को समझाया कि वे बालिग होने पर ही दोनों का विवाह करे। महिला ने टीम को लिखित में आश्वासन दिया कि वे बालिग होने पर ही दोनों का विवाह करेगी।