हरियाणा

मज़दूर संगठन इफ़टू द्वारा गांव पावटी के मनरेगा मज़दूरों को किये काम की मजदूरी दिलवाने के लिए एसडीएम ऑफिस पर प्रदर्शन कर, एसडीएम विजेंदर हुडा को दिया मेमोरेंडम

 समालखा ।

 उप मंडल के गाँव पावटी में मनरेगा मजदूरों को मजदूरी देने में हुए फर्जीवाड़े के खिलाफ मजदूर संगठन इफटू ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर जिला उपायुक्त को ज्ञापन भिजवाया। घोटाले की विजिलेंस जांच व मजदूरों को बकाया मजदूरी दिलाने की मांग की गर्ई।
मजदूर संगठन इफटू के संयोजक पीपी कपूर ने बताया कि बीडीपीओ समालखा द्वारा गांव पावटी में कोरोना काल के दौरान माह जून-जुलाई 2020 के बीच करीब डेढ़ महीने तक मनरेगा योजना के तहत जोहड़ की खुदाई का कार्य करीब 100 मनरेगा मजदूरों से कराया गया है। इनमें से अधिकांश महिला मजदूर हैं जो कि दलित व पिछड़े समुदाय से हैं व अनपढ़ गरीब हैं। कुछ मजदूरों की सूची संलग्र है। इन अनपढ़ महिला मजदूरों की अनपढ़ता का लाभ उठाकर बीडीपीओ कार्यालय के कर्मचारियों व इनके द्वारा मौका पर हाजिरी लगाने वाले कर्मी वीरेन्द्र उर्फ नन्हा पुत्र रामधन वासी गांव पावटी ने लाखों रूपये का फ्रॉड मजदूरी में घपला करके किया है। वह अपने पास तो इनकी हाजिरी लगाता रहा। लेकिन जब काम खत्म होने पर इन मजदूरों को जॉब कार्ड ग्राम सरपंच से मिले तो घोटाले का पता चला। जॉब कार्ड में इनकी हाजरी नाममात्र को दर्ज की गई जबकि इन मजदूरों ने काम ज्यादा दिन तक किया है। कम दिहाड़ी की मजदूरी दी गई। इतना ही नही बीडीपीओ कार्यालय द्वारा नियुक्त कर्मी वीरेन्द्र उर्फ नन्हा पुत्र रामधन ने अपने भाई पवन, महेन्द्र, रामधन (पिता), शालू पत्नी काला (भाभी), सुदेश पत्नी भूपेन्द्र, मनीषा पत्नी महेन्द्र आदि जिन्होंने मौका पर काम नहीं किया के बैंक खातों में मजदूरी वेतन चढ़ा कर घपला किया है। बीडीपीओ कार्यालय के अधिकारी इस घोटाले में सीधे तौर पर संलिप्त हैं।

इस फर्जीवाड़े का पता चलने पर जब लूट की शिकार ये गरीब महिला मजदूर अपनी मजदूरी मांगने उक्त वीरेन्द्र उर्फ नन्हा के पास गई तो वे इन्हें धमकाने लगा व अपने भाई, बाप के साथ मिलकर इन महिला मजदूरों को गालियां देते हुए मारपीट करने लगा, बदतमीजी की। इसके विरूद्ध दिनांक 22 अगस्त 2020 को समालखा पुलिस स्टेशन में दी शिकायत पर कोई कारवाई नहीं की गई। शिकायत की छाया प्रति संलग्र है। इस अवसर पर मनरेगा महिला मजदूर तेजो देवी, राधा देवी, रीना, सुमन, कविता, किशनी देवी, मंजू, किताबो, सीमा, रेखा, विद्या, मीना, कौशल्या व कामरेड तैय्यब, संजय कोहली आदि शामिल हुए।
प्रमुख मांगे:
(1) पीडि़त महिला मजदूरों द्वारा बीडीपीओ कार्यालय के मेट वीरेन्द्र उर्फ नन्हा पुत्र रामधन व अनरू दोषियों के विरूद्ध समालखा पुलिस स्टेशन में दिनांक 22 अगस्त 2020 को दी शिकायत पर तत्काल एफआईआर दर्ज कराकर दोषियों को दंडित किया जाए।
(2) मनरेगा योजना के तहत गांव पावटी में जोहड़ खुदाई कार्य में किए गए इस घोटाले की स्टेट विजिलेंस ब्यूरो से जांच कराकर सभी दोषियों को दंडित कराया जाए।

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