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स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट के लिए करनाल बना हरियाणा का पहला शहर

करनाल- 18 नवंबर (इंडिया की दहाड़ ब्यूरो) शहर के सरकारी स्कूलों को अगले एक पखवाड़े यानि दिसम्बर में स्मार्ट कक्षाओं की सौगात मिलने जा रही है। स्मार्ट कक्षाओं में विद्यार्थी नए जमाने के अनुकूलीय तौर-तरीकों से पढऩा सीखेंगे। मंगलवार को उपायुक्त एवं करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ निशांत कुमार यादव ने 6 स्कूलों का दौरा कर उनमें तैयार स्मार्ट कक्षाओं का निरीक्षण किया। दौरे में उनके साथ डीआईओ महीपाल सीकरी, जनरल मेनेजर रमेश मंढान, डिप्टी जनरल मेनेजर मनोज कुमार, अधीक्षण अभियंता दीपक किंग्गर, कार्यकारी अभियंता सौरभ गोयल तथा स्पोर्ट इंजीनियर मोहन शर्मा भी थे।
उपायुक्त के बताया कि शहर के 9 स्कूलो में 53 क्लास रूम तैयार करने का प्रोजेक्ट था, जो लगभग पूरा हो गया है, इसके तहत 7 स्कूल मुकम्मल हो गए हैं, जबकि 2 में चल रहा है, जो नवंबर अंत तक हो जाएगा। इन स्कूलो में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय मॉडल टाऊन, अर्बन स्टेट सैक्टर-13 के कन्या उच्च विद्यालय व प्राईमरी स्कूल, रेलवे रोड़ स्थित लड़के व लड़कियों के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैक्टर-6 के दो स्कूल तथा राजकीय  प्राईमरी स्कूल नम्बर-4 शामिल हैं।
स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट के लिए करनाल बना हरियाणा का पहला शहर- सीईओ ने बताया कि स्मार्ट क्लास रूम के प्रोजेक्ट से करनाल हरियाणा का एकमात्र पहला शहर बन गया है। स्मार्ट कक्षा में विद्यार्थी स्मार्ट इंटरएक्शन टी.वी. व रोबोटिक तथा स्टैम लैब से पढ़ाई सीखेंगे। प्रत्येक क्लास रूम में 2-2 सीसीटीवी कैमरे, पब्लिक एड्रैस सिस्टम तथा कक्षा के बाहर अटैंडेंस के लिए आर.एफ.आई.डी. मशीन, जिसमें तीन तरीके फेस, बायोमैट्रिक और आर.एफ.आई.डी. कार्ड से हाजिरी लग सकेगी। जबकि स्टैम लैब में 3-डी मॉडल के जरिए विद्यार्थी एक्सपेरिमेंट करेंगे और रोबोटिक लैब में एडवांस प्रोग्रामिंग के जरिए विभिन्न प्रकार के यांत्रिकी मॉडल बना सकेंगे। प्रत्येक ऐसी कक्षा में विद्यार्थियों के समक्ष 65 इंच की एक बड़ी टच स्क्रीन होगी, इसे स्मार्ट इंटरएक्टिव एल.ई.डी. डिस्प्ले का नाम दिया गया है। स्क्रीन पर विशेष किस्म के पैन के साथ-साथ हाथ की उंगली से भी लिखा जा सकता है।

उपायुक्त ने निरीक्षण किए गए स्कूलो की कक्षाओं में स्क्रीन पर स्वयं हाथ आजमाकर आउटपुट देखी, प्रोजेक्ट इंजीनियर योगेश गिरी से पढ़ाने की टैक्नीक से रूबरू हुए। सी.सी.टी.वी. कैमरे व प्राचार्य के ऑफिस में बने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि स्मार्ट कक्षाओं में विद्यार्थियों को विडियो-ऑडियो व एनीमेशन के जरिए पढ़ाया जाएगा।
4 स्टैम लैब व 4 ही रोबोटिक लैब- सीईओ ने बताया कि स्मार्ट स्कूलो में 4 स्टैम व 4 रोबोटिक यानि 8 लैब का प्रावधान किया गया है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान दोनो तरह की लैब में जाकर यांत्रिकी उपकरणों को देखा।
स्मार्ट क्लास के लिए चयनित स्कूलो में बाला का देखा काम- सीईओ ने स्कूलो के निरीक्षण के दौरान स्मार्ट क्लास रूम के बाहर दीवारों पर बाला यानि बिल्डिंग एज़ लर्निंग एड के तहत आकर्षक पेंटिंग से पढ़ाई के मॉडल, गणित के सूत्र और सामान्य व भौगोलिक ज्ञान को दर्शाने वाले चित्र देखे, ताकि विद्यार्थी इनका अवलोकन कर सीख सकें।

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