भाजपा नेता हरीश शर्मा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले पुलिसकर्मियों समेत पांच पर एफआईआर
पानीपत 23 नवंबर,2020 (इंडिया की दहाड़ ब्यूरो) पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर नहर में कूदे भाजपा नेता और पूर्व पार्षद हरीश शर्मा का शव चौथे दिन एनडीआरएफ ने सोनीपत में खुबड़ू नहर से बरामद कर लिया। शाम 4:20 बजे शव पानीपत लाया गया तो परिजनों और समर्थकों ने जीटी रोड जाम कर दिया। परिजन 4 दिन पहले दी गई शिकायत के मुताबिक पानीपत की एसपी मनीषा चौधरी, चौकी प्रभारी बलजीत मलिक व सब-इंस्पेक्टर महाबीर सहित 5 पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़े थे। इस दौरान 22 किमी. तक जाम लग गया।
इसी बीच गृहमंत्री विज ने डीजीपी मनोज यादव को फोन कर फटकार लगाई। उन्होंने आदेश दिया कि अंजलि शर्मा की शिकायत के मुताबिक एफआईआर दर्ज कर एक घंटे में कॉपी भेजें। इसके बाद देर शाम पुलिसवालों समेत 5 लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने, षड्यंत्र रचने और अपराध के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। करनाल रेंज की आईजी भारती अरोड़ा ने रात 1:40 बजे केस दर्ज होने की पुष्टि की।
शिकायत में एसपी का भी नाम था, लेकिन उन पर एफआईआर हुई या नहीं, यह स्पष्ट नहीं किया। इससे पहले शिकायत से एसपी का नाम निकालने के लिए प्रयास हुए। रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, पानीपत विधायक प्रमोद विज सीएम मनोहर लाल से वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे, तभी रात 8:45 बजे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 9 लोग घायल हो गए।
नाइंसाफी की हदें पार
दिवाली की शाम पटाखा बेचने के विवाद में पूर्व पार्षद व बेटी अंजलि पर एसआई की शिकायत पर 30 मिनट में केस दर्ज किया।
उसी दिन अंजलि ने पुलिस के खिलाफ दुर्व्यवहार की शिकायत दी। अब भी दर्ज नहीं किया।
गृहमंत्री विज के एसपी को फोन कर मामला सुलझाने के आदेश के बावजूद प्रताड़ना जारी रही।
पूर्व पार्षद के घर के बाहर पुलिस वालों ने लगातार चक्कर लगाकर परिवार में खौफ पैदा किया।
और 19 नवंबर को पूर्व पार्षद ने नहर में छलांग लगा दी।
फिर भी 4 दिन तक बेटी की शिकायत पर पुलिस पर मामला दर्ज नहीं।
शीर्ष पुलिस वाले गुमराह करते रहे कि एसपी पर एफआईआर हो ही नहीं सकती।
सीआईए पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने व परिवार को धमकी का आरोप लगा।