पानीपत में किसानों को रोकने की तैयारी, तीन नेता नजरबंद
पानीपत :26 नवंबर, 2020 (इंडिया की दहाड़ ब्यूरो) तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के दिल्ली कूच और कर्मचारी महासंघ की ओर से वीरवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर पुलिस-प्रशासन चौकस हो गया है। पानीपत की सभी सीमाओं को सील कर 10 नाके लगाकर 300 पुलिसकर्मियों का पहरा लगा दिया गया है। वहीं पानीपत में तीन किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया।
करनाल से किसान निकल चुके हैं। दिल्ली कूच की तैयारी है। रिफाइनरी के पास पुलिस का नाका लगा हुआ है। इधर जिला प्रशासन ने तीन किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। पूर्व सरपंच बिंटू मलिक, किसान नेता कुलदीप को पकड़ा गया है। कुलदीप भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हुए हैं। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली जाकर रहेंगे। पुलिस चाहे कितनी ही बाधाएं डाल दे। इस बीच, जिला प्रशासन ने सभी विभागों के कर्मचारियों को कह दिया है कि अगर कार्यालय में नहीं आए तो अनुपस्थित माना जाएगा। साथ ही, यह माना जाएगा कि आप आंदोलन में शामिल हो।
वहीं, किसान यूनियन के पूर्व जिला उप प्रधान व उग्राखेड़ी के पूर्व सरपंच बिंटू मलिक ने बताया कि पुलिसकर्मी दो दिन से घर के चक्कर लगा रहे हैं। वे शादी समारोह में गए थे। डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने भी काल कर चाय के लिए बुलाया। पहले उन्हें कभी किसी पुलिस अधिकारी ने चाय पर नहीं बुलाया। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वह और उनके साथी दिल्ली न जा सके। पुलिस ने भाकियू के जिला प्रधान कुलदीप बलाना, पूर्व प्रधान जयकरण कादियान और सुरेश दहिया को भी काल कर बुलाया था। कार्यालय नहीं आए तो हड़ताल में शामिल माना जाएगा।