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एसडी पीजी कॉलेज में करवाचौथ रंगारंग और पारंपरिक तरीके से मनाया गया मेगा मेहँदी और नृत्य प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

 

एसडी पीजी कॉलेज की वुमेन सेल के तत्वाधान में करवाचौथ की पूर्वसंध्या पर कॉलेज में
करवाचौथ का त्यौहार धूमधाम और पारम्परिक तरीके से मनाया गया.

कार्यक्रम में आकर्षण का
केंद्र मेहँदी लगाओ प्रतियोगिता का आयोजन रहा जिसमे लगभग 100 छात्राओं ने भाग लिया.

एक
नई पहल के तौर पर अब की बार कार्यक्रम का शुभारंभ बीए प्रथम वर्ष की छात्राओं ने किया.
छात्राओं का उत्साहवर्धन प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और प्राध्यापिकाओं ने किया.

मेहँदी प्रतियोगिता
का शीर्षक ‘मेहँदी लगाओ, पर्यावरण बचाओ’ रहा. मेहँदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रितिका (बीए
प्रथम), मीनाक्षी (बीए प्रथम) ने दूसरा तथा 20 अन्य छात्राओं

को सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
भारत वैसे भी त्योहारों और विविध आस्थाओ का देश है तथा यहाँ मनाया जाने वाला हर पर्व
अनोखा एवं आकर्षक है. उत्तर भारत में मनाए जाने वाले

करवाचौथ के पर्व का यहाँ के लोगो के
दिलों में एक विशेष स्थान है. हिन्दू सनातन पद्धति में करवाचौथ सुहागनो का महत्वपूर्ण त्यौहार
माना गया है. यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की

चतुर्थी को मनाया जाता है जिसे सौभाग्यवती
(सुहागन) स्त्रियाँ बड़ी श्रद्धा के साथ मनाती हैं. कार्यक्रम में लगभग 1000 छात्राओं ने भाग
लिया और डीजे के गीतों पर जमकर डांस किया.

विविधता में एकता का भाव लिए छात्राओं
पूनम, सोनी, हेमा, पूजा, शिवानी ने अलग-अलग

राज्यों के नृत्य पेश किये जिनको रुद्रा वेलफेयर
सोसाइटी ने पुरस्कृत किया.
प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा की ‘मम सुख सौभाग्य पुत्र पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये
कर्क चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये’ का भाव लिए करवाचौथ

पारिवारिक और सामाजिक दायित्वों और
रिश्तों को मजबूत करने वाला त्यौहार है. कॉलेज की छात्राओं एवं प्राध्यापिकाओं को पहले से इस
भावनात्मक त्यौहार के प्रति जागरूक करना ही

इस प्रकार के आयोजनो को मनाने का ध्येय है.

कामयाबी के साथ-साथ उन्हें जीवन में खुशियाँ और शान्ति मिले, ऐसी मंगल कामना कॉलेज हर
समय करता है. उन्होनें कहा की चूँकि करवाचौथ

एक पारम्परिक पर्व है इसलिए इस मौके पर

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