स्थानीय आई. बी.(एल)पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बैसाखी समारोह तथा डा॰ भीमराज अम्बेडकर की 132 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई
स्थानीय आई. बी.(एल)पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बैसाखी समारोह तथा स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माता डा॰ भीमराज अम्बेडकर की 132 वीं जयंती बहुत धूमधाम से मनाई गई। इस कार्यक्रम में कक्षा प्रेप 1 से लेकर कक्षा बारहवीं तक के विद्याथिर्यों ने भाग लिया। प्रधानाचार्या जयश्री गर्ग, समन्वयक कृति तथा किरण मेंहदीरत्ता ने अंबेडकर जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बैसाखी पर्व के उपलक्ष्य में कक्षा तीसरी की जन्नत ने मूल मंत्र का उच्चारण किया। तथा डा॰ भीमराव अम्बेडकर जी तथा बैसाखी की जानकारी ग्यारहवीं कक्षा की यश्वी तथा दान्या ने दी। विद्यार्थियों ने पंजाबी परिधानों को धारण कर पंजाबी सामग्री का प्रयोग करते हुए एकल नृत्य, युगल नृत्य, सामूहिक नृत्य तथा सामूहिक गान को प्रस्तुत कर सब का मन मोह लिया। मंच का संचालन ग्यारहवीं कक्षा की निशिका ने किया।
प्रधानाचार्या जयश्री गर्ग ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हर त्योहार कोई न कोई संदेश लेकर आता हे। बैसाखी का त्योहार आपसी भाई चारे तथा सहयोग का प्रतीक है। पंजाब में फसल कटने पर लोग इस पर्व को मिल जुल कर हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। हमें अपने संस्कारों को न भूलते हुए भाईचारे और सहयोग की भावना से मनाना चाहिए।
उन्होंने डा॰ भीमराव अम्बेडकर जी के बारे में बताते हुए कहा कि हमारा देश हमेशा डा॰ भीमराव अम्बेडकर जी का ऋणी रहेगा। उन्होंने बताया कि डा॰ भीमराव अम्बेडकर जी ने जीवन भर सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया तथा भारत के नागरिकों को एक समान अधिकार दिलाने के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया। । उनके इन विचारों का सम्मान करते हुए हम उन्हें वास्तविक श्रद्धांजलि देते हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।