महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की पहल पर सरकार की कार्रवाई
पत्नियों को छोड़ने वाले 33 प्रवासी भारतीय पतियों के पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की पहल पर सरकार ने कार्रवाई की। इस तरह के मामलों को देखने के लिए बनाई गई एकीकृत नोडल एजेंसी (आईएनए) ने फरार एनआरआई पतियों के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक 8 लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं।
एक सप्ताह के भीतर एनआरआई विवाह पंजीकरण और विवाद की स्थिति में दंड के प्रावधान जैसे मुद्दों सहित विस्तृत प्रस्ताव केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष मंजूरी के लिए रखा जाएगा। अधिकारी ने कहा कि इसके एक और खंड में पासपोर्ट नियमों में संशोधन भी शामिल है, ताकि पत्नी को छोड़कर फरार होने पर पासपोर्ट के तुरंत निरस्त करने की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) एनआरआई विवाह के विवादों में समस्याओं से घिरी महिलाओं की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत एक मेल आईडी ‘एनआरआईसेल एनसीडब्ल्यू एट द रेट निक डॉट इन’ भी जारी की गई है। जिस पर महिलाओं से प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए मंत्रालय नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रहा है।
एनआरआई पतियों द्वारा पत्नियों को छोड़ने की समस्या देश में गंभीर रूप ले चुकी है। पहली बार विदेश, गृह और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय समस्याओं का सामना करने वाली महिलाओं को मदद कर रहे हैं।