विपक्ष के लिए गरीबी है मानसिक अवस्था: नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर मंगलवार को तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें रात को भूखे पेट सोने का दर्द नहीं पता, उनके लिए यह एक मानसिक अवस्था हो सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला तेज करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के लिए गरीबी फोटो खिंचवाने का केवल एक अवसर भर होती है। वह असंगठित क्षेत्र के लिए पेंशन योजना ‘प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना’ शुरू करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य समाज के उस वर्ग का उत्थान करना है जिसे अनदेखा और भगवान की दया पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने (कांग्रेस) गरीबी हटाओ का नारा दिया। कुछ लोगों ने खुद को कामगारों के मसीहा के रूप में पेश किया। लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने इस तरह की एक योजना शुरू नहीं की।
मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 55 साल तक देश पर शासन किया और गरीब के नाम पर वोट लिया। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वे सोचते हैं कि गरीबी एक मानसिक अवस्था है। देखिये यह कैसा नेता है जो कहता है कि गरीबी जैसा कुछ नहीं है, बल्कि यह एक मानसिक अवस्था है। राहुल गांधी के गरीबी को मानसिक अवस्था बताने वाले 2013 के एक बयान का स्पष्ट रूप से हवाला देते हुए मोदी ने कहा, ‘उनके लिए गरीबी फोटो खिंचवाने का केवल एक अवसर भर है। जिन्हें एक रात भी कभी भूखे पेट सोने का दर्द नहीं पता हो, वे सोच सकते हैं कि गरीबी एक मानसिक अवस्था होती है।’ मोदी ने कहा, ‘इस चायवाले ने 55 महीने में इस तरह की एक योजना लाकर जो किया, उन्होंने 55 साल में ऐसा क्यों नहीं किया।’