पुलिस बल में महिलाओं की संख्या दस प्रतिशत की जाएगी : खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि महिलाओं सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाने के लिये राज्य पुलिस बल में इनकी संख्या को दस प्रतिशत तक ले जाया जाएगा। श्री खट्टर ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यहां पिंक मैराथन को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने से पूर्व अपने सम्बोधन में यह बात कही। उन्होंने इस मैराथन को वीर शहीदों को समर्पित करते हुए मैराथन में भाग लेने वाली महिलाओं का भारत माता की जय और सशक्त महिला-सशक्त भारत के उद्घोष से हौंसला भी बढ़या।
मैराथन में लगभग 50 हजार महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण और महिला उत्थान के लिये अनेक कार्यक्रम किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ओ अभियान की शुरूआत हरियाणा से ही की थी। जब यह अभियान शुरू किया गया तब राज्य का लिंगानुपात 850 से भी कम था और आज यह 914 पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण दिशा में पहल करते हुए सरकार ने गत साढ़ चार वर्षो में प्रदेश में 34 नए महिला कॉलेज स्थापित किए गए हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत प्रदेश के 151 रूटों पर हरियाणा राज्य परिवहन की सेवाएं छात्राओं को निशुल्क रूप से प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में केवल छह प्रतिशत महिलाएं पुलिस बल में थी और वर्तमान में इनकी संख्या आठ प्रतिशत है। महिलाओं की सुरक्षा के लिये दुर्गा शक्ति ऐप बनाई गई है जिसे एक लाख से ज्यादा महिलाओं ने डाऊनलोड किया है।
इसके माध्यम से वे संकट की स्थिति में तुरंत अपनी सूचना पुलिस तक पहुंचा सकती हैं। सरकार ने महिलाओं की शिकायतों के समधान के लिये राज्य में 32 महिला थाने स्थापित किए गए हैं जबकि 2014 में ये केवल दो ही थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। प्रदेश की बेटियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत कर नाम कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि के तौर पर भी महिलाएं हर वर्ग में आगे आ रही हैं। प्रदेश में लगभग 42 प्रतिशत महिलाएं जनप्रतिनिधि के तौर पर शामिल हैं।