यमुना नदी में एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में छह लोगों ने लगा दी छलांग, जिंदा एक भी नहीं आया बाहर
पानीपत- पानीपत के जलमाना गांव के पास यमुना नदी में नहाने की जिद एक परिवार को इस कदर भारी पड़ गई कि नहाने गए तीन लोग काल का ग्रास बन गए। अपने कलजे के टुकड़े को डूबते देख मां सोनिया ने भी बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी लेकिन एकाएक पानी के हुए तेज बहाव के आगे मां सोनिया की भी एक न चली और खुद बचने के चक्कर में जदोजहद करती जूझती दिखाई दी। दूर से यह नजारा देख दो युवकों ने चारो को बचाने के लिए यमुना नदी में छलांग दी लेकिन पानी के तेज बहाव ने उन दोनों को भी नहीं बक्खा। फलस्वरूप, मां-बेटी व एक युवक की डूबने से मौत हो गई, जबकि तीन लापता हो गए। यह घटना जैसे ही आसपास के लोगों में आग की तरह फैली तो जानकारी प्रशासन के कानों में भी पहुंच गई, जिसके बाद गोताखोर सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। काफी जद्दोजहद के बाद तीन शव को यमुना नदी से बाहर निकाल लिया, जबकि तीन की खोजबीन जारी है।
जानकारी के मुताबिक जलमाना गांव में यमुना नदी के किनारे सरिता अपने बेटे 15 वर्षीय सागर और 13 वर्षीय बेटी पायल के साथ सैर करने के लिए आई थी। उनके साथ 20 वर्षीय सोनिया भी साथ में थी। सोनिया ने पानी कम होने के कारण नहाने की जिद्द की थी। जब सोनिया पानी में नहाने के लिए उतरी तो पीछे से सागर और पायल भी पानी में उतर गए। इतने में ही पानी का तेज बहाव हो गया और तीनों डूबने लगे। पानी में डूबते देख बच्चों की मां सोनिया भी नदी में कूद गई तो वह भी डूबने लगी। जब चारों को डूबते देखा तो वहां पर चंदौली का युवक बादल और करहंस का एक युवक मौजूद था। उन्होंने बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। लेकिन कोई भी बचकर बाहर निकल नहीं पाया। इसके बाद आसपास के लोगों ने शोर मचा दिया। इसके बाद गोताखोर टीम और प्रशासनिक अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर गोताखोर टीम और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और तीन शवों को बाहर निकाला गया। वहीं तीन लोगों की तलाश जारी है। वहां पर मौजूद लोगों ने बताया कि सरिता, सोनिया और बादल के शव मिल चुके हैं, जबकि पायल, सागर और गौरव का अभी तक कुछ नहीं पता चला है।