संविधान दिवस पर पीएम मोदी ने जनता को किया संबोधित, इन लोगों का किया धन्यवाद
26 नवंबर, 2020 (इंडिया की दहाड़ ब्यूरो) संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 80वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के समापन सत्र में संबोधित किया। जिसमें उन्होने सबसे पहले मुंबई हमले में मारे गए लोगों को श्रध्दांजलि अर्पित की।
इसके बाद PM मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि, “आज की तारीख, देश पर सबसे बड़े आतंकी हमले के साथ जुड़ी हुई है. पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई पर धावा बोल दिया था. कई देशों के लोग मारे गए थे। मैं मुंबई हमले में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.”
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें..
- आज मुंबई हमले जैसी साजिशों को नाकाम करने वाले और आतंक को समेट देने वाले हमारे भारत की रक्षा करने वाले सुरक्षाबलों को नमन करता हुं।
- संविधान के तीनों अंगों की भूमिका से लेकर मर्यादा तक सबकुछ संविधान में ही वर्णित है। 70 के दशक में हमने देखा था कि कैसे शक्ति के विभाजन की मर्यादा को भंग करने की कोशिश हुई थी, लेकिन इसका जवाब भी देश को संविधान से ही मिला।
- कोरोना महामारी के दौरान भी हमारी 130 करोड़ से ज्यादा जनता ने जिस मजबूती और एकता का परिचय दिया है। वह सभी भारतीयों का संविधान के तीनों अंगों पर पूर्ण विश्वास है।
- कोरोना के समय में हमारी चुनाव प्रणाली की मजबूती दुनिया ने देखी है. इतने बड़े स्तर पर चुनाव होना, समय पर परिणाम आना, सुचारु रूप से नई सरकार का बनना, ये इतना भी आसान नहीं है।
- हमें ये याद रखना है कि जब विचारों में देशहित और लोकहित की बजाय राजनीति हावी होती है तो उसका नुकसान देश को उठाना पड़ता है।
- सरदार पटेल का ये स्मारक इस बात का जीता-जागता सबूत है कि जहां कोई राजनीतिक छूआ-छूत नहीं. देश के गौरव से बड़ा कुछ नहीं हो सकता।
- हमारे कानूनों की भाषा इतनी आसान होनी चाहिए कि सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी उसको समझ सके. हम भारत के लोगों ने ये संविधान खुद को दिया है।