नुक्कड़ नाटक के जरिए विधार्थियों ने दिखाया घर घर में कैसे हो रहा है नारी का अपमान
पाईट कॉलेज पट्टीकल्याणा समालखा के ऍम बी ए के विधार्थियो ने घर घर में पुरुष और स्त्री के बीच असमानता और नारी के अपमान को एक नुक्कड़ नाटक के जरिए बेहतरीन तरीके से दर्शाया |
प्रोफ़ेसर विकास नैन और विकास देशवाल के निर्देशन में छात्र छात्राओं ने “ऊंच नीच का पापड़ा” नाम के नुक्कड़ नाटक का मंचन किया |
उन्होंने दर्शाया किस तरह से एक लड़की के पैदा होने से उसके माँ बनने तक उसे कितनी यातनाएँ सहनी पड़ती है | पहले तो लड़की को पैदा होने से ही रोका जाता है , अगर पैदा हो जाए तो उसे मारने की सोची जाती है |
अगर जिंदा रह जाए तो सारी उम्र उसे ये अहसास दिलाया जाता है कि उसे शादी कर के दूसरे घर में जाना है | लड़को को पढ़ने के लिए स्कूल कॉलेज भेजना और लड़कियों को बहार जाने से रोकना , उन्हें अपनी पसंद के कपडे तक पहनने के लिए भी रोका जाता है |
शादी के बाद जब अकेले कमाई से घर नहीं चलता तो उसका अपनी पत्नी करवाना और साथ में ये भी उम्मीद रखना कि वो बच्चों को भी अकेली ही संभाले , घर के सारे काम भी निपटा दे, इसके साथ साथ किस तरह से जानवर प्रकृति के पुरुष महिला से मारपीट करते है , बच्चियों तक से बलात्कार इत्यादि दृश्यों को इतना सुंदर रूप नाटक में दिया गया कि सभी दर्शको की आँखों में आंसू आ गए |
ऍम बी ए प्रथम वर्ष के लक्ष्य , वर्णित , रूचि, चेतना ,महक , अमन , नवाज , ऋषभ , मान्या , कामाझी , हरमनदीप , प्रेरणा , गौरव , ललित , अनुपमा ,लोकेश और निमिश ने नाटक में अद्भुत कला का प्रदर्शन किया |
कॉलेज सेक्रेटरी सुरेश तायल, निदेशक शक्ति कुमार , डॉ बी बी शर्मा , विभाग अध्यक्ष डॉ अखिलेश मिश्रा , प्रिंसिपल डॉ दीपक भागवत , रजिस्ट्रार डॉ मनोज अरोड़ा , जन संपर्क अधिकारी ओ पी रनोलिया ने सभी सदस्यों को सर्टिफिकेट बांटे और टीम को ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया |