युवा महोत्सव में दिखा हरियाणवी व पाश्चातय संस्कृति का मिलन रंगारंग प्रस्तुतियों से झूम उठे दर्शक , तालियों कीू गड़गड़ाहट से गुंज उठा सभागार
मंगलवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र द्वारा आर्य पी.जी.कॉलेज पानीपत में आयोजित करनाल क्षेत्र के 43 वें युवा महोत्सव का पहले दिन शानदार आगाज हुआ । उत्सव का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना से किया गया ।
युवा महोत्सव के उद्घाटन सत्र पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रो.सोमनाथ सचदेवा , केयूके सांस्कृतिक परिषद् के अध्यक्ष डॉ.कामदेव झा का बतौर मुख्य अतिथि , केयूके के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग से निदेशक डॉ.महासिंह पुनिया , उप निदेशक डॉ . गुरचरण , गीता ऑफ इंस्टीटयूट पानीपत के चैयरमेन एस.पी. बंसल का बतौर विशिष्ट अतिथि कॉलेज प्रांगण पहुंचने पर आर्य कॉलेज की प्रंबधक समिति के प्रधान सुरेंद्र शिगंला , महासचिव सीए कमल किशोर , उप प्रधान यशपाल मित्तल , वरिष्ठ सदस्य विरेंद्र शिंगला , कोषाध्यक्ष पीयूष आर्य व कॉलेज प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने पुष्पगुच्छ , शॉल व स्मृति चिन्ह देकर भव्य स्वागत कर अभिनंदन किया ।
ओ.पी.शिंगला सभागार में प्रो.आस्था गुप्ता , प्राध्यापिका मनीषा ने व भारतेंदु मंच पर डॉ.कंचन प्रभाती व प्राध्यापिका नंदिनी नागपाल ने मंच संचालन किया वहीं कॉन्फ्रेंस हाल में डॉ.गीतांजली धवन ने मंच संचालन में अपनी भूमिका निभाई ।
केयूके कुलपति प्रो.सोमनाथ सचदेवा ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम युवाओं को मंच प्रदान कर प्रतिभा में निखार लाते हैं । जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है । उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में नॉलेज , स्किल और एटीट्यूड बिल्डिंग का होना अत्यंत आवश्यक है , युवाओं को ज्यादा से ज्यादा लघु उद्योग स्थापित कर रोजगार देने वाला बनना चाहिए तभी आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो सकता है ।
उन्होंने यह भी कहा कि युवा पीढ़ी का विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे प्रोफैशनल कोर्सेज की तरफ लगतार रूझान बढ़ रहा है । सचदेवा ने भविष्य में केयूके में आयोजित होने वाले रत्नावली के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में पांच हरियाणा रत्न पुरस्कार दिए जाने का सपना संजोया ताकि प्रतिभा का मान सम्मान बढ़े । उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि आत्मनिर्भर भारत से सबंधित सरकार द्वारा चलाई जा रही लगभग 178 योजनाओं को आमजन को बताकर जागरूकता लाएं ।
उन्होंने बताया कि स्वरोजगार से सबंधित काफी योजनाओं पर सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है ताकि स्वरोजगार का विकास हो सके व भारत देश पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन सके । उन्होंने कहा कि भारत देश के युवा आज विदेशों में भी विभिन्न क्षेत्रों में भारत देश का नाम रोशन कर रहे हैं व फिल्म उद्योग में भी अपना परचम लहरा रहे हैं । इसी के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों की जानकारी से सबंधित पुस्तक का भी विमोचन किया गया ।
केयूके के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग से निदेशक डॉ.महासिंह पुनिया ने अपने संबोधन में आर्य महाविद्यालय में आयोजित किए जा रहे युवा महोत्सव पर प्रदर्शित की जा गई रंगारंग प्रस्तुतियों की जमकर सराहना की साथ ही उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव को यू टयूब चैनल के माध्यम से लाइव दिखाया जा रहा है ताकि एस.ओ.पी की कोरोना गाइडलाइन का भी पालन हो सके उन्होंने कहा कि अभी आंशिक रूप से कोरोना का प्रभाव है फिर भी हमें सर्तक रहने की आवश्यक्ता है ।
युवा महोत्सव के शुभारंभ पर कॉलेज प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने कॉलेज प्रांगण में पहुँचे सभी अतिथियों का अभिवादन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 2001 पूरे विश्व के लिए खुशियों की सौगात लाया है । कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र ने करनाल क्षेत्र के युवा महोत्सव को आयोजित करवाने की जिम्मेदारी आर्य कॉलेज को सौंपी है और हमें विश्वास है कि ये जिम्मेवारी हम बखुबी निभाएंगे ।
उन्होंने महाविद्यालय की सांस्कृतिक , खेल व शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि युवा महोत्सव में आर्य पीजी कॉलेज गत 14 वर्षों से करनाल क्षेत्र में प्रथम स्थान , इंटर जोनल में पिछले 7 वर्षों से प्रथम स्थान और साथ ही ऑल इण्डिया इंटर यूनिर्वसिटी व साउथ एशियन इंटर यूनिर्वसिटी में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ रहा है ।
हमारे विद्यार्थी हरियाणा दिवस , रत्नावली , गीता जयंती सहित कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं । पिछले 2 वर्षों में महाविद्यालय के लगभग 40 विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में स्पोर्टस कोटे से रोजगार मिला है । प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने कहा कि इस शानदार सफलता के लिए कॉलेज की प्रबंधन समिति का सहयोग बहुत ही सराहनीय रहा है ।प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने यह भी बताया कि 43 वें युवा महोत्व में करनाल क्षेत्र के लगभग ३५ महाविद्यालयों के लगभग 2000 प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह रहे हैं ।
महोत्सव के सायंकालीन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि जिला रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसाईटी , पानीपत क्षितिज कपूर , बतौर वशिष्ठ अतिथि के रूप में द पानीपत अर्बन को – ऑपरेटिव बैंक के फांउडर एंड सी.एम.डी ओ.पी.शर्मा , उद्योगपति व समाजसेवी अशोक शर्मा , लाजपत बवेजा का पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर भव्य स्वागत कर अभिनंदन किया गया ।
मुख्य अतिथि जिला रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसाईटी , पानीपत क्षितिज कपूर ने अपने संबोधन में कहा कि आज इस महोत्व में युवाओं की प्रतिभा व जोश देखकर एक नई उमंग जगी है । आज इस महोत्व में विभिन्न संस्कृतियों का अनूठा संगम देखने को मिला साथ ही म्युजिक व विभिन्न वेशभूषाओं की झलक भी दिखी है । उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की व युवा महोत्व की जमकर सराहना की ।
आर्य कॉलेज की प्रंबधक समिति के प्रधान सुरेंद्र शिगंला ने कहा कि महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को लेकर प्रबंधन समिति प्रयासरत है । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों व खेलों में भी पूरे उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए । उन्होंने सभी अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पहुँचने पर आभार व्यक्त किया ।
इस अवसर पर आर्य कॉलेज की उपाचार्या डॉ.संतोष टिक्कू , कॉलेज सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रभारी डॉ.रामनिवास , डॉ.मिनाक्षी चौधरी , प्रो.सतबीर सिंह , डॉ.विजय सिंह , समाजसेवी व उद्योगपति निखिल शिंगला , रश्मि शिंगला , अनुभा गुप्ता , संजू ओबरोल , डॉ.आर.पी सैनी , डॉ मंजू गुप्ता , अरूण आर्य , नरेश सहित अन्य मौजूद रहे ।
प्रातकालीन सत्र में आयोजित विद्याओं के परिणाम इस प्रकार रहे :
कोरियोग्राफी में एस.डी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय पानीपत प्रथम , आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वितीय स्थान पर रहे । माइम में आई.बी. महाविद्यालय , पानीपत प्रथम , दयाल सिंह महाविद्यालय द्वितीय और आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय तृतीय स्थान पर रहे ।
क्लासिकल डांस सोलो में राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय करनाल प्रथम , दयाल सिंह महाविद्यालय करनाल द्वितीय स्थान पर रहे । फॉक सांग हरियाणवी सोलो में पं.चिरंजी लाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय करनाल प्रथम , डी.ए.वी पी.जी.कॉलेज करनाल द्वितीय व एस.डी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय पानीपत तृतीय स्थान पर रहे ।