आर्य कॉलेज में हुई अमृत महोत्सव की शानदार शुरूआत – देश की सेवा का लक्ष्य भी जीवन-सारणी में अवश्य जोड लें :- डॉ. जगदीश गुप्ता
पानीपत-12 मार्च 2021
शुक्रवार को आर्य पीजी कॉलेज की एन.एस.एस. ईकाई के तत्वावधान में अमृत महोत्सव की शानदार शुरूआत हुई। इस महोत्सव में एन.एस.एस. के स्वयंसेवकों व कॉलेज के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। महोत्सव के मुख्य वक्ता रहे प्रो. विजय सिंह का कालेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने स्वागत कर अभिनंदन किया व महोत्सव के शानदार आयोजन के लिए कॉलेज की एन.एस.एस. ईकाई के समंवयक प्रो.विवेक गुप्ता व प्राध्यापिका प्रिया गुप्ता को बधाई दी व महोत्सव में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल
भविष्य की कामना की।
मुख्य वक्ता डॉ.विजय सिंह ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में आज के युवाओं को पता होना चाहिए। जिससे वो देश को आगे बढ़ा सके। उन्होनें ये भी कहा कि इतिहासकारों के बारे में विद्यार्थियों को सही जानकारी देनी चाहिए, उसे तोड़ मोड़ के नहीं बताना चाहिए। आज का युवा देश की प्रगति को वो दिशा दे सकता जिससे हमारा भारत सदा ही आगे बढ़ सके।
प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया कि 12 मार्च से देश में अमृत महोत्सव की शुरूआत हो रही है। जिसकी शुरूआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद
के साबरमती आश्रम से करेंगे। अमृत महोत्सव वह महोत्सव है जो हमारे भारत देश की आजादी को 75 साल पूरे होने पर पूरे देश में 15 अगस्त 2022 तक मनाया जाएगा। जिसके चलते आने वाले 75 सप्ताह तक पूरे देश मे अलग-अलग जगहों पर हर हफ्ते एक आयोजन किए जाएंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस महोत्सव
की शुरूआत 12 मार्च से इसलिए की जा रही है क्योंकि यह दिन देश के लिए बहुत ही गौरवशाली माना जाता है। दरअसल इस दिन महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा की शुरूआत की थी। दांडी यात्रा वह यात्रा है जो देश को आजाद कराने के लिए नमक सत्याग्रह किया गया जो कि अब इतिहास में दर्ज है।
दांडी यात्रा की शुरूआत 12 मार्च 1930 में गांधी जी के नेतृत्व में हुई थी। 24 दिनों तक चली यह पद- यात्रा अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से शुरू होकर नवसारी स्थित छोटे से गांव दांडी तक गई थी। यह आंदोलन नमक पर ब्रिटिश राज के एकाधिकार के खिलाफ किया गया था।
जिसमें 81 लोग सम्मिलित हुए थे। ठीक इसी तरह आज यानि 12 मार्च से इस अमृत महोत्सव की शुरूआत हो रही है उसमें भी 81 लोग ही शामिल होंगे जो 5 अप्रैल तक साबरमती आश्रम से लेकर दांडी तक यात्रा करेंगे। डॉ. गुप्ता ने युवाओं से आह्वान किया कि वे देश को विकास की ओर आगे बढ़ाने के लिए तत्पर रहे व अपने जीवन के लक्ष्यों में देश की सेवा का लक्ष्य भी जीवन-सारणी में अवश्य जोड लें।