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मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव और रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया मास्टर प्लान : सीएमओ

तैयारी डेंगू , 
हर 15 वें दिन घर – घर जाकर जांच करेंगे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी
पानीपत, 17 नवम्बर। सीएमओ डॉक्टर जितेन्द्र कादियान ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाव के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। इस अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हर 15 वें दिन जिले के प्रत्येक घर में जाएंगे और अभियान को सिरे चढ़ाएंगे। अभियान के दौरान जागरूकता से लेकर स्वास्थ्य की जांच की जाएगी कोरोना संक्रमण के खतरा टलने के बाद आए डेंगू के प्रकोप से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह तैयारी की है ताकि जिले में बढ़ते डेंगू मच्छर के डंक को रोका जा सके। जिले में डेंगू के अभी तक हर रोज नए मरीज सामने आ रहे हैं। अगर समय पर इस प्रकोप को रोका नहीं गया तो यह बड़ी समस्या बन सकता है। इसलिए पोस्टर के माध्यम से भी नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग का प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी अलर्ट है। विभाग ने जिले को डेंगू मुक्त बनाने के लिए विशेष योजना तैयार की है, जिसको पूरा करने के लिए स्टाफ की ड्यूटी भी लगा दी है।  स्वास्थ्यकर्मी पूरे अभियान और फीवर मास सर्वे से कवर करें, इसके लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। साथ ही लोगों को इन रोगों की रोकथाम, बचाव के प्रति जागरूक करने में भी विभाग के कर्मी लगे हुए है।  मरीजों के उपचार के लिए विभाग के पास उचित सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि विभाग ने हर सीएचसी क्षेत्र में एंटी लारवा अभियान और फीवर मास सर्वे को सिरे चढ़ाने के लिए सबंधित सीएचसी इंचार्ज को ही अभियान की कमान दी है। इसमें ध्यान रखना है कि डेंगू के सबसे प्रभावित क्षेत्र में अभियान का विशेष ध्यान रखा जाए। अगर उपचार या जांच संबंधित सामग्री की जरूरत है तो तुरंत सिविल सर्जन कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। एटा को उपचार दिया जा रहा है। डॉक्टर कादियान ने बताया कि हर आशंकित मरीज के लिए सैंपल लिए जाएंगे और इसी कडी में  विभाग ने एंटी लारवा अभियान और फीवर मास सर्वे में जुटे सुपरवाइजर और टीम के सदस्यों को निर्देश जारी किए हैं कि अभियान के दौरान प्रत्येक बीमार की जांच की जाए। जांच के दौरान अगर किसी में डेंगू, चिकनगुनिया और फिर मलेरिया होने की आशंका होती है तो उसके तुरंत प्रभाव से सैंपल लेकर लैब भेजे जाएं, ताकि उसमें सही बीमारी की पुष्टि हो सके और साथ ही बुखार से ग्रस्त प्रत्येक की नागरिक की जानकारी स्वास्थ्यकर्मी अपने रजिस्टर में दर्ज करेगा और समय – समय पर उसका फीडबैक भी लेगा। टीम के सदस्यों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाव, रोकथाम, सावधानियों से संबंधित पोस्टर दिए गए हैं। ये पोस्टर टीम के सदस्य डोर टू डोर अभियान के दौरान लोगों को वितरित करेंगे। साथ ही उन्हें इनके बारे में जागरूक भी करेंगे। इस दौरान वे स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन बीमारियों से संबंधित की गई तैयारियों के बारे में भी बताएंगे, ताकि लोगों में बीमारियों के प्रति मानसिक दबाव या डर में न रहे। उन्होंने ज़िला के नागरिकों से विशेष रुप से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास अस्पताल में बेड, चिकित्सक, दवा और इंजेक्शन की सुविधाएं हैं, किसी के बहकावे में न आएं। किसी को बीमारी की आशंका है तो वे समय पर जांच करवा लें

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