पुलिस प्रशासन ने आशा वर्करों को अम्बाला जाने से रोका
आशा वर्करों सहित समर्थन में आए सामाजिक जनसंगठनों के पदाधिकारियों को हिरासत में लिया। पुलिस नेअपनी मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्षरत आशा वर्कर यहां लघु सचिवालयके बाहर अम्बाला जाने के लिए एकत्रित हुई इस दौरान कई सामाजिक जनसंगठनों के पदाधिकारी भी उनके समर्थन में आए।
जब वे अम्बाला जाने के लिए बसों की तरफ बढ़े तो पुलिस प्रशासन ने रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने वहीं से सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करके विरोध जताया। पुलिस ने आशा वर्कर, कर्मचारी व किसान नेताओं को हिरासत में लेकर थाना औद्योगिक क्षेत्र में तथा महिलाओं को सिविल थाने में बैठा लिया। उनकी पुलिस प्रशासन से तीखी झड़प भी हुई।
सीटू के जिला प्रधान राममेहर सिंह व अखिल भारतीय फिसान सभा के जिला कार्यकारी सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि सरकार की शह पर जिला पुलिस प्रशासन की यह तानाशाही व बर्बर कार्यवाही है। यह सरेआम लोकतान्त्रिक व संवैधानिक अधिकारों का हनन हुआ है, जिसका खामियाजा हरियाणा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने पुलिस व सरकार की बर्बर कार्यवाही की घोर निंदा की है। बाद में पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया।
वीरवार को गिरफ्तार होने वालों में सीटू नेता कामरेड अनिलकुमार, सुखदेव पालवास, किसान नेता रामफल देशवाल, ओमप्रकाश दलाल, सर्वकर्मचारी संघ के धर्मबीर भाट्टी, अशोक गोयत, जितेन्द्र मीराण, आशा वर्कर नेता शुशीला सरोहा, ममता, सुदेश, बबली, शुशीला, एकता, सुदेश, मनीशा, हुकमकौर, शुशीला, सुमन, कृष्णा, ममता, जनवादी महिला समिति की सन्तोष देरावाल, कर्मचारी नेता सज्जनसिंगला, प्रतापसिंह सिंहमार शामिल थे।