आप सबकी दहाड़

भाजपा सरकार के गलत नीतियां व फैसले बेरोजगारी बढ़ाते हुए देश व प्रदेश को धकेल रहे है पीछे : रिटायर्ड कर्मचारी

बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई का धरना 660वें दिन भी रहा जारी
देश की जनता को अच्छे दिनों का झांसा देकर सत्ता में आई भाजपा सरकार की गलत नीतियां व फैसले आज बेरोजगारी बढ़ाते हुए देश व प्रदेश को पीछे धकेलने का काम कर रही है, जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
सबसे ज्यादा बुरी स्थिति प्रदेश ने 1983 पीटीआई के परिवारों के समक्ष खड़ी कर दी है, जिन्हे 10 वर्ष की सेेवा के बाद घर का रास्ता दिखाकर बेरोजगार बना दिया गया। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए रिटायर्ड कर्मचारी शेर सिंह, प्रताप सिंह, नरेश शर्मा, कपूर सिंह ने कही।
बहाली की मांग को लेकर जारी बर्खास्त पीटीआई के धरने के 660वें दिन बुधवार को क्रमिक अनशन पर मा. शेर सिंह, प्रताप सिंह, नरेश शर्मा, कपूर सिंह रहे। धरने को संबोधित करते हुए रिटायर्ड कर्मचारियों ने कहा कि अपनी बहाली की मांग को लेकर बर्खास्त पीटीआई दो वर्षो से भी अधिक समय से लगातार धरनारत्त है, लेकिन प्रदेश सरकार बर्खास्त पीटीआई की बहाली करने की बजाए उनसे सिर्फ वायदाखिलाफी कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब से भाजपा सत्ता में आई तभी से प्रदेश व देश में बेेरोजगारी की दर लगातार बढ़ रही है। आज आलम यह है कि हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी की दर में देश में सबसे पहले पायदान पर खड़ा है, यह सब भाजपा की कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण ही है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई व इस बेरोजगारी की मार ने बर्खास्त पीटीआई को पूरी तरह से तोडकऱ रख दिया हैं।
वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाने में सक्षम नहीं रहे तथा सरकार फिर भी उनकी बहाली की तरफ कोई कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया को बर्खास्त पीटीआई से किया हुआ वायदा निभाना चाहिए और उनकी बहाली करनी चाहिए। बुधवार को धरने की अध्यक्षता हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने की।

इस अवसर पर एसकेएस सचिव सूरजभान जटासरा, कामरेड ओमप्रकाश, सुखदेव सिंह, रामफल देशवाल, बिजेंद्र सिंह, अनिल तंवर, हरीश गोच्छी, सुरेंद्र सिंह, संजय कुमार, अमरनाथ धनाना, सुरेंद्र घुसकानी, विनोद सांगा, सतीश कुमार, सुनील कुमार, सुमन, राजेश बंसल, मनोज वैद, कृष्ण कुमार, बलजीत, जयभगवान सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *