मिल गयी जमानत पर बेरोजगारों के समर्थन में एक रात ओर जेल में रहेंगे, नही भरेंगे बेल बांड – जयहिंद
नवीन जयहिन्द को भले ही पानीपत कोर्ट ने जमानत दे दी लेकिन वो बेरोजगारों के समर्थन में एक दिन ओर जेल में रहने के इच्छुक है। इसलिए उन्होंने बेल बांड नही भरा। जिन मुद्दों को लेकर जयहिंद जेल गए थे उन मुद्दों के हित में जयहिंद एक रात और जेल में रुकने की तैयारी में है। युवा बेरोजगारों की आवाज उठाने के चलते नवीन जयहिंद को इस सरकार ने षड्यंत्र रच कर जेल में डाल दिया लेकिन न्याय पालिका ने नवीन जयहिंद के साथ न्याय करते हुए उन्हें सभी मामलों में जमानत दे दी है। सरकार ने बेरोजगारों युवाओ की आवाज को दबाया है और इसी आवाज को और ज्यादा बुलंद करने के लिए नवीन जयहिंद एक और रात सुनारिया जेल में बिताएंगे, जयहिंद की मांग है की सरकार सालाना भर्ती कैलेंडर इसी वर्ष से जारी करें , CET को क्वालीफाई करे , HTET को आजीवन काल के लिए लागू करे और बुजुर्गो, विधवाओं व् विकलांगों की पेंशन को जारी करने के साथ ही कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को भी जल्द-से-जल्द लागू करें।
नवीन जयहिंद को जेल में डालने के बाद सरकार ने गड़े मुर्दे उखाड़ने का काम किया है । पीजीआई में हुए नर्सिंग कॉउंसलिंग मामले में जेल में डालने के बाद सरकार ने एक के बाद एक नवीन जयहिंद के पुराने मुकदमो को भी खोलना शुरू कर दिया , इसी कड़ी में सरकार ने षड्यंत्र स्वरूप जयहिंद के 2018 की भाईचारा कांवड़ यात्रा के पन्ने भी खोल दिए थे। जिसमे नवीन जयहिंद को सुनारिया जेल से ले जा कर पानीपत कोर्ट में पेश किया गया था जिसके बाद पानीपत कोर्ट में जयहिंद की जमानत याचिका लगायी गयी थी जिसपर आज सुनवाई करते हुए कोर्ट ने जयहिंद को जमानत दे दी है। जयहिंद के खिलाफ साल 2018 में नशे के खिलाफ हरिद्वार से रोहतक तक निकाली गयी कांवड़ यात्रा के दौरान मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन इस सरकार ने फिर से उस मामले को जिन्दा कर जयहिंद को फ़साने की कोशिश की है। पिछले साल भी इसी मामले में नवीन जयहिंद को पानीपत पुलिस ने पेश होने का नोटिस जारी किया था जिसके बाद जयहिंद पुलिस के समक्ष पेश हुए थे और मामले से जुड़े सभी साक्ष्य पुलिस के सामने पेश किये थे , पुलिस ने मामले की पड़ताल कर नवीन जयहिंद को वापिसी भेज दिया था लेकिन इस बार पानीपत पुलिस ने जयहिंद को पीजीआई मामले में गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया जिससे ये साफ़ है की प्रशासन भी सरकार के षड्यंत्र का हिस्सा है। लेकिन वीरवार को न्यायपालिका ने जयहिंद के पक्ष में फैसला देते हुए उन्हें जमानत दे दी है। नवीन जयहिंद को बीते तीन दिनों में रोहतक पीजीआईएमएस मामले , सिंचाई विभाग में हुए हंगामे के मामले और 2018 की भाईचारा कांवड़ यात्रा के मामलो में जमानत मिल चुकी है।