ब्बेल नाका पर वेटर ने अपने चार दोस्तो के साथ मिलकर युवक को पीट पीटकर उतारा मौत के घाट, युवक की खाना खाते समय हुई थी कहासुनी, आरोपी वारदात को अंजाम देकर हुए फरार !!
पानीपत शहर में बबैल नाका के पास रविवार की रात को एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बता दें कि युवक के प्रत्यक्षदर्शी साथी ने परिजनों और पुलिस को बताया कि युवक को ढाबा के वेटर ने अपने साथियों के साथ पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा दिया। बताया जा रहा है कि बाइक सवार आरोपी किसी गैंग से जुड़े हुए हैं, लेकिन पुलिस ने परिवार वालों पर बयानों में 8 दिन से बीमार होने की वजह से मौत होने का लिखने का दबाव बनाया। इसके साथ ही परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई करने की बात कही। इस बारे में चांदनीबाग थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मबीर ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वेटर ने चार दोस्तों के साथ मिलकर युवक को उतारा मौत के घाट
प्रत्यक्षदर्शी राजू ने बताया कि वो बबैल नाका के पास का रहने वाला है और कबाड़ी का काम करता है। उसने बताया कि रविवार की रात करीब 7 बजे वह साथी आरीफ के साथ खाना खाने के लिए नाका के ही पास प्रेमी ढाबा पर गया था। जहां पर उसकी वेटर का काम करने वाले चौटाला नाम के युवक से कुछ कहासुनी हो गई।
और कहासुनी के दौरान चौटाला ने आरीफ के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इतना ही नहीं, उसने फोन कर अपने दोस्तों को भी वहां बुला लिया। इसके साथ ही मौके पर एक बाइक पर सवार 4 युवक आए। जिन्होंने वहां आते ही दोनों युवकों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इसी बीच राजू वहां से भाग निकला और इसके बाद वे आरीफ को पीटते रहे। काफी देर बाद किसी से सूचना मिली कि आरीफ की मौत हो गई है।
पुलिस ने हत्या होने से नकारते हुए प्राकृतिक मौत होने का बनाया दबाव
सूचना मिलते ही मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंचे। मृतक आरीफ के भाई नफीस ने बताया कि वे मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास गए। जहां पुलिस ने परिजनों को कहा कि वे लिख कर दे दें कि आरीफ पिछले 8 दिनों से बीमार था। जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि परिजनों के साथ प्रत्यक्षदर्शी राजू भी साथ गया था। यहां तक कि पुलिस ने आरोपी चौटाला को भी हिरासत में ले लिया है। मगर पुलिस ने हत्या होने से नकारते हुए प्राकृतिक मौत होने का ही दबाव बनाया !!