जिले की मंडियों में आढ़तियों की हड़ताल रही जारी, 10 से 12 हजार लोग रहे परेशान, फुटकर विक्रेताओं ने वसूले ज्यादा दाम !!
फल और सब्जी पर मार्केट फीस एकमुश्त में एडवांस जमा कराने के विरोध में बुधवार को शहर की नई सब्जी मंडी, सनौली रोड वाली पुरानी सब्जी मंडी और आजाद नगर रेलवे फाटक वाली सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद रही। इसी के चलते तीनों ही मंडियों में न तो कोई फल की रेहड़ी दिखी और न ही कोई सब्जियों की। बता दें कि शहर की मंडियों के मासाखोर और रेहड़ी चालकों ने समर्थन करते हुए सब्जी व फल नहीं बेचे।
इसके साथ ही कॉलोनियों में घूमने वाले रेहड़ी चालकों ने मंडियां बंद रहने की वजह से सब्जियों के ज्यादा दाम वसूले। जहां आलू 10 रुपए बिक रहा था तो आज वही आलू 20 रुपए बेचा गया, वहीं अगर टमाटर की बात करे तो पहले ये तो टमाटर 20 से 30 रुपए किलो बिक रहा था और आज वही टमाटर 40 से 50 रुपए किलो में बेचा गया।
मंडियां बंद होने की वजह से 10 से 12 हजार लोग रहे परेशान
पुरानी सब्जी मंडी के प्रधान संसार सिंह, बंटी, शौकी, सन्नी, राजू, संजय सैनी, महेंद्रपाल, राजेश, सुनील, सुखबीर, शेरदिल ने बताया कि इस मंडी में 350 मासाखोर और तकरीबन 500 रेहड़ी पर फल-सब्जियां बेचने वाले हैं और एरिया के तकरीबन 80 गांवों से रोजाना औसतन 10 से 12 हजार लोग सब्जियां खरीदने के लिए आते हैं।
इसी के साथ मंडी प्रधान सुरेश मलिक ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एक दिसंबर को मंडियों में बिकने वाले फल और सब्जी पर मार्केट फीस एकमुश्त में एडवांस जमा कराने का नोटिफिकेशन जारी किया है। इससे पहले वर्ष 2020 में 1 प्रतिशत मार्केट फीस और 1 % एचआरडीएफ लगाया था, जिसका प्रदेश के आढ़ती लगातार विरोध कर रहे थे। वहीं, अब नए नोटिफिकेशन में स्लैब बनाकर एडवांस में आढ़तियों को मार्केट फीस भरने के लिए कहा गया है !!