Uncategorized

पानीपत में नॉर्मल डिलीवरी के 1 घंटे बाद जच्चा-बच्चा ने तोड़ा दम, 7 साल बाद हुआ था दूसरा बच्चा, खुशी के माहौल की जगह छाया मातम का माहौल !!

रूमा की 7 वर्षीय बड़ी बेटी है। यह उसकी दूसरी डिलीवरी थी। - Dainik Bhaskar

पानीपत में एक निजी अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी के बावजूद जच्चा बच्चा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने डिलीवरी के 1 घंटे बाद परिजनों को अचानक हालत खराब होने के बारे में बताया था जिसके चलते दोनों को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही दोनों का पंचनामा भरवा कर शव ग्रह में रखवा दिया गया है। हालांकि, परिजनों के मन में दोनों की मौत के कर्म को जानने की जिज्ञासा जरूर हुई लेकिन किसी तरह की कार्रवाई न करवाने के चलते उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से पोस्टमार्टम न करने की गुजारिश की।

करीब 2 बजे हुई थी नॉर्मल डिलीवरी

नरेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि वह हाली कॉलोनी का रहने वाला है और एक फैक्ट्री में काम करता है। उसने बताया कि उसकी पत्नी रूमा कुमारी (30) को 9 महीने गर्भ के दौरान प्रसव पीड़ा के बाद सनौली रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां बुधवार देर रात करीब 2 बजे रूमा की नॉर्मल डिलीवरी हुई। इस दौरान उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। वहीं, इसके बाद डॉक्टरों ने जच्चा बच्चा दोनों को पूर्णतया स्वस्थ होने की भी बात कही थी।

1 घंटे बाद अचानक हुई हालत खराब, जिसके बाद दोनों को किया रेफर

नरेंद्र ने बताया कि परिवार ने भी दोनों को देखा था, तो भी उनमें किसी तरह की कोई कमी नजर नहीं आ रही थी। इसके साथ ही डॉक्टर ने करीब 1 घंटे बाद जच्चा बच्चा की हालत अचानक खराब होने की बात कही। इसके बाद दोनों को रेफर कर दिया। आनंद-फानन में परिजन दोनों को सरकारी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया !!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *